ऑपरेशन सिंदूर के चलते, जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा कारणों से कई स्कूल और कॉलेज अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। भारतीय वायुसेना द्वारा 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों के बाद, दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।
School Holidays:
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी निर्णायक लड़ाई को एक आक्रामक और सटीक दिशा देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की है. इस ऑपरेशन के चलते पंजाब के गुरदासपुर और पठानकोट जिलों में सभी स्कूल-कॉलेज 3 दिन तक बंद रहेंगे, जबकि फाजिल्का में अगले आदेश तक शिक्षण संस्थान बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं. यह जानकारी संबंधित जिलों के डिप्टी कमिश्नर द्वारा साझा की गई.

IAF की एयरस्ट्राइक से तबाह हुए 9 आतंकी ठिकाने
रक्षा मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार भारतीय एजेंसियों को यह पुख्ता इनपुट मिला था कि इन ठिकानों पर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों के शीर्ष नेता छिपे हुए हैं. ये आतंकी भारत में बड़े हमलों की योजना बना रहे थे. जिसे समय रहते विफल कर दिया गया.
बंद किए गए जिले:
- पुंछ जिला: यह क्षेत्र सीमा के निकट स्थित है और हाल ही में यहां भारी गोलाबारी हुई है, जिससे नागरिक हताहत हुए हैं। स्थानीय प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है।
- सुरनकोट (पुंछ): भारी बारिश और बाढ़ के कारण, सुरनकोट में भी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
- श्रीनगर एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र: सुरक्षा कारणों से, श्रीनगर एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्रों में भी स्कूल और कॉलेज बंद किए गए हैं।
आतंकवाद के खिलाफ भारत का सर्जिकल जवाब
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायुसेना ने 6 मई 2025 की रात करीब 1:30 बजे पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए. ये हमले पूरी तरह योजनाबद्ध और सटीक थे. जिन्हें रणनीतिक खुफिया जानकारी के आधार पर अंजाम दिया गया.
सिर्फ आतंकी ठिकानों को बनाया गया निशाना :

ऑपरेशन की सबसे खास बात यह रही कि इसमें सिर्फ आतंकियों के अड्डों को निशाना बनाया गया. पाकिस्तान की सैन्य या नागरिक संरचनाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया. जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारत का उद्देश्य युद्ध नहीं, बल्कि आतंकवाद का खात्मा है.
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य और संकेत
इस कार्रवाई के जरिए भारत ने साफ संदेश दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ पूरी ताकत से खड़ा है और किसी भी आतंकी मंसूबे को पनपने नहीं देगा. साथ ही यह ऑपरेशन भारत की रणनीतिक क्षमता और आतंकवाद विरोधी नीति को भी दर्शाता है. जिसमें सटीकता, संयम और लक्ष्य स्पष्टता शामिल है.